आठ देशों के प्रतिद्वंदियों को धूल चटाकर डीपीएस बोकारो के धुरंधरों ने जीते 33 पदक

 


शिक्षा, नवाचार और कला के साथ-साथ खेल की दुनिया में भी डीपीएस बोकारो के छात्र-छात्राओं ने एक बार पुनः अपनी बादशाहत दिखाई है। मार्शल आर्ट में इस विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अबकी बार अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर अपनी खास पहचान बनाई। कोलकाता के हल्दीराम बैंक्वेट हॉल में आयोजित चौथी इंटरनेशनल कराटे चैम्पियनशिप में भारत समेत कुल आठ देशों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इनमें ईरान, भूटान, कनाडा, पुर्तगाल, इंडोनेशिया, नेपाल और श्रीलंका की टीमें भी शामिल रहीं। खास बात यह रही कि पूरे झारखंड से डीपीएस बोकारो का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा। विद्यालय के जांबाज खिलाड़ियों ने अपने प्रतिद्वंदियों को धूल चटाकर कुल 33 पदक अपने नाम किए। झारखंड से रांची, बोकारो और सिंहभूम (चाईबासा, जमशेदपुर, सरायकेला-खरसांवा) क्षेत्र सहित अन्य जगहों के खिलाड़ियों ने भाग लिया था, जिन्होंने कुल 64 पदक जीते। इनमें आधे से अधिक इसी स्कूल की झोली में आए और बोकारो के हिस्से में कुल 52 पदक आए। झारखंड को मिले कुल 64 पदकों में 14 स्वर्ण, 18 रजत और 32 कांस्य पदक शामिल हैं। जबकि, बोकारो को 11 स्वर्ण, 16 रजत एवं 25 पदक मिले। वहीं, डीपीएस बोकारो के विद्यार्थियों द्वारा अर्जित 33 पदकों में 8 गोल्ड, 9 सिल्वर और 16 ब्रांज मेडल शामिल हैं। 

देश भर से कुल 300 से अधिक प्रतिभागी हुए थे शामिल 

खिलाड़ियों ने कराटे की काता और कुमिते विधाओं में अपने दमखम दिखाया। विद्यालय की छात्रा रियांशी चौधरी ने काता और कुमिते, दोनों ही स्पर्धाओं में एक-एक स्वर्ण जीता। इसके अलावा, मायोन सरव एक गोल्ड (कुमिते), एक सिल्वर (काता), अनिका दास एक गोल्ड (कुमिते), आराध्या सुवन एक गोल्ड (कुमिते) व एक ब्रॉन्ज (काता), सिद्धि सुमन एक गोल्ड (कुमिते), एक ब्रॉन्ज (काता), नैतिक प्रसाद एक गोल्ड (कुमिते) व एक सिल्वर (काता), अर्घ्य सुवन एक सिल्वर (कुमिते), अथर्व कश्यप एक सिल्वर (कुमिते), युवान यश एक सिल्वर (कुमिते), एक ब्रॉन्ज (काता), भाव्या बिष्ट एक ब्रॉन्ज (कुमिते), एक सिल्वर (काता), ऋद्धिमा चौधरी कुमिते व काता में एक-एक ब्रॉन्ज, आरुष प्रकाश एक सिल्वर (कुमिते) व एक ब्रॉन्ज (काता), सान्वी शेखर काता में एक ब्रॉन्ज, एन. सरवना सद्रु एवं रेयांश शेखर कुमिते में एक-एक ब्रॉन्ज, ऋषिता राज शर्मा, एक गोल्ड (काता) व एक ब्रॉन्ज (कुमिते), विहान कुमार व कृतिकेश कुमार मिश्रा कुमिते में एक-एक सिल्वर, आद्या प्रभा काता व कुमिते में एक-एक ब्रॉन्ज, सैयाती साक्षी काता व कुमिते में एक-एक ब्रॉन्ज तथा अर्णव झा कुमिते में एक सिल्वर मेडल जीतकर अव्वल रहे। प्रतियोगिता का आयोजन बीते 31 अगस्त को किया गया था, जिसमें देशभर से कुल 300 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए थे। सफल रहे प्रतिभागी अब साउथ एशियन गेम्स में हिस्सा ले सकेंगे। 

स्कूल एसेंबली में खिलाड़ियों को किया गया सम्मानित 

प्रतिभागी खिलाड़ियों के प्रतियोगिता से लौटने के उपरांत बुधवार को उन्हें विद्यालय में आयोजित एक विशेष सभा के दौरान सम्मानित किया गया। विद्यालय के प्राचार्य एवं खेल कराटे एसोसिएशन ऑफ झारखंड के चेयरमैन डॉ. ए. एस. गंगवार ने एसोसिएशन के महासचिव एवं मुख्य प्रशिक्षक सिंहान खेदू गोराईं तथा विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षकों की मौजूदगी में उक्त सभी विजेता बच्चों को मेडल व सर्टिफिकेट देकर नवाजा। साथ ही, बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की। डॉ. गंगवार ने कहा कि छोटी उम्र से कराटे सीखना बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद है। यह सिर्फ एक मार्शल आर्ट नहीं है, बल्कि एक ऐसा जरिया है जो बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाता है। आत्मविश्वास जगाने के साथ-साथ यह अनुशासन, सम्मान और अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाना सिखाता है। फलस्वरूप उनमें एकाग्रता भी बढ़ती है, जो पढ़ाई सहित अन्य गतिविधियों में भी कारगर है। उल्लेखनीय है कि डीपीएस बोकारो कराटे एसोसिएशन ऑफ इंडिया से संबद्ध खेल कराटे एसोसिएशन ऑफ झारखंड के सहयोग से अपने विद्यार्थियों को लगातार मार्शल आर्ट (कराटे) का सघन प्रशिक्षण दे रहा है। कराटे बेल्ट ग्रेडिंग टेस्ट में कई बार शानदार प्रदर्शन करने के बाद इस बार अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में अपनी प्रतिभा से विद्यार्थियों ने लोहा मनवाते हुए तथा अपने विद्यालय व जिले का मान बढ़ाया है।

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